हिंदी हास्य कविता
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‘शादी’- हिंदी हास्य-व्यंग्य कविता- PAMIT Hindi Poems
जो नहीं थीं पहले कभी, जिनका उदय नहीं हुआ था, उन्हीं समस्याओं के हल ढूँढ़ने को, शायद कोई व्यक्ति शादी किया करता है। वह न खाये जो खाना चाहता है,वहाँ न जाए जहाँ जाना चाहता है,कुछ ऐसी ही सुविधाएँ जो पाना चाहता है,उन्हीं सब के विशेष पैकेज हेतु,शायद कोई व्यक्ति शादी किया करता है। प्यार… Continue reading
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हमें पैदा क्यों किया था?- हिंदी हास्य कविता- हरिवंशराय बच्चन
ज़िन्दगी और ज़माने की कशमकश से घबराकर मेरे बेटे मुझसे पूछते हैं कि हमें पैदा क्यों किया था? और मेरे पास इसके सिवाय कोई जवाब नहीं है कि मेरे बाप ने मुझसे बिना पूछे मुझे क्यों पैदा किया था? Continue reading