सुख-दुख
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‘शादी’- हिंदी हास्य-व्यंग्य कविता- PAMIT Hindi Poems
जो नहीं थीं पहले कभी, जिनका उदय नहीं हुआ था, उन्हीं समस्याओं के हल ढूँढ़ने को, शायद कोई व्यक्ति शादी किया करता है। वह न खाये जो खाना चाहता है,वहाँ न जाए जहाँ जाना चाहता है,कुछ ऐसी ही सुविधाएँ जो पाना चाहता है,उन्हीं सब के विशेष पैकेज हेतु,शायद कोई व्यक्ति शादी किया करता है। प्यार… Continue reading