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‘दोस्ती’- हिंदी कविता- PAMIT HINDI POETRY
फूलों से भँवरे रूठे हैं, भँवरों के बहाने कई गज के हैं, कहते हैं कि फूल कागज के हैं। Continue reading
Hindi Poetry, Hindi Stories & Hindi Articles by PAmit.
फूलों से भँवरे रूठे हैं, भँवरों के बहाने कई गज के हैं, कहते हैं कि फूल कागज के हैं। Continue reading