शरीर
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‘गर सही जगह नहीं लगाई जाएंगी’- हिंदी कविता- PAmit Hindi Poetry
गर सही जगह नहीं लगाई जाएंगी, तो ऊर्जायें आवारा हो जाएंगी। आसमां को ही ताकते रहेंगे तो, ये आसमां की ही हो जाएंगी। Continue reading
Hindi Poetry, Hindi Stories & Hindi Articles by PAmit.
गर सही जगह नहीं लगाई जाएंगी, तो ऊर्जायें आवारा हो जाएंगी। आसमां को ही ताकते रहेंगे तो, ये आसमां की ही हो जाएंगी। Continue reading