लेखन
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‘मेरे हाथ टूट गए हैं…’- PAMIT Hindi Poems
वह जो अंतिम कविता थी न, फाड़ डाली थी उस चिंटु ने, और बना ली थी नाव वो बारिश बहुत बुरी रही Continue reading
Hindi Poetry, Hindi Stories & Hindi Articles by PAmit.
वह जो अंतिम कविता थी न, फाड़ डाली थी उस चिंटु ने, और बना ली थी नाव वो बारिश बहुत बुरी रही Continue reading